उज्जैन आगर नाका पर रहने वाली महिला की मृत्यु के बाद ससुरालजन उसकी लाश को दफनाने की तैयारी कर रहे थे तभी महिला के मायके वाले पुलिस लेकर आये और शंका के चलते लाश को जिला अस्पताल के पीएम रूम में रखवा दिया। चिमनगंज पुलिस मामले में जांच कर रही है।
रानो बी पति फिरोज खान 32 वर्ष निवासी आगर नाका का 10 वर्ष पहले निकाह हुआ था और उसके 4 बच्चे हैं। रानो बी की तबियत बिगडने के बाद मृत्यु हो गई। ससुरालजन उसकी लाश दफनाने की तैयारी कर रहे थे। फिरोज खान ने साली शबनम को इसकी फोन पर सूचना दी थी जिसके बाद रानो के मायके से जीजा शकील एहमद व अन्य लोग यहां पुलिस को लेकर पहुंचे व ससुरालजनों पर शंका जाहिर करते हुए शव का पीएम कराने की बात कहकर लाश को जिला अस्पताल ले आये।
पुलिस में दर्ज कराई थी शिकायत
शकील एहमद ने बताया कि रानो की मां सुरैया हैदराबाद में रहती हैं। वर्ष 2018 में ससुरालजनों के खिलाफ महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई थी तब पुलिस ने आगरनाका पहुंचकर रानो को ससुरालजनों के बंधन से मुक्त कराया था। बाद में चिमनगंज थाने में भी रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इधर रानो के ससुरालजनों का कहना था कि कल तबियत बिगडने पर उसे जिला अस्पताल लाये थे जहां डॉक्टर द्वारा उसे मृत घोषित करने के बाद लाश घर ले गये और लाश दफनाने की तैयारी कर रहे थे। पुलिस का कहना है कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही रानो की मृत्यु का कारण स्पष्ट होगा।
बंधक बनाकर रखते थे
रानो बी के जीजा शकील ने ससुरालजनों पर आरोप लगाया कि पति फिरोज शराब पीकर मारपीट करता था और रूपयों की मांग भी करता था। उसे ससुराल में बंधक बनाकर रखा जाता था और मायके वालों से फोन पर बात भी नहीं करने देते थे।